कहा जाता है कि राष्ट्र एक व्यापक अर्थ में ‘कल्पित समुदाय’ होता है और सर्वसामान्य विश्वास, इतिहास, राजनीतिक आकांक्षा और कल्पनाओं से एक सूत्र में बँधा होता है। भारत के संबंध में इस कथन का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये।
It is said that the nation is to a large extent an “imagined community” held together by common beliefs, history, political aspirations and imaginations. Critically examine this statement with respect to India.