GS PAPER II
Polity
Judicial review is accepted but judicial activism is violation of separation of powers which forms one of the core values of constitution of India. Do you agree? Substantiate
न्यायिक समीक्षा स्वीकार की जाती है लेकिन न्यायिक सक्रियता शक्तियों के पृथक्करण का उल्लंघन है जो भारत के संविधान के मूल मूल्यों में से एक है। क्या आप सहमत हैं? पुष्टि कीजिए