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UPSC Mains 2024 Answer Writing Online/Offline Batch
कक्षा कार्यक्रम का प्रारूप/विशेषता

Target 300+अंक
किसी भी विषय में अधिकतम अंक प्राप्ति हेतु प्रश्नों से साक्षात्कार अत्यंत महत्वपूर्ण है | हमारे परम्परागत अध्ययन में अभ्यर्थियो और शिक्षको द्वारा केवल विषय के विषय वस्तु अर्थात केवल पाठ्यक्रम को पूर्ण करने के सन्दर्भ में सम्प्रेषण होता रहा है |इस कड़ी में हम प्रश्नों से अक्सर अछूते रह जाते है ,इस छूटी हुई आतिमहत्वपूर्ण कड़ी को जोड़ने हेतु उत्तरलेखन कक्षा कार्यक्रम का नवीन पहल किया गया, ताकि जो भी अभ्यर्थी उत्तरलेखन की वास्तविकता से दूर है वो सभी इससे जुड़कर लेखन मे दक्षता हासिल करे| वैकल्पिक विषय जो सीधे तौर पर 500 अंको का है इसमें अभ्यर्थी द्वारा 300 से ज्यादा अंक हासिल कर अपने रैंक को सुनिश्चित कर सकते है |अक्सर देखा गया है की वैकल्पिक विषय में कम अंक अंतिम चयन को प्रभावित करते है ,इस स्थिति को हम अपने 500+ अद्यतन प्रश्न पर आधारित कक्षा के माध्यम से दूर करेंगे | साहित्य में जो समसामयिक हमारे पाठ्यक्रम से सम्बंधित है उसे भी हम पूरी तरह परिचर्चा करेंगे जो साक्षात्कार के लिए भी अतिमहत्वपूर्ण है.|
Target 300+अंक कक्षा कार्यक्रम का प्रारूप/विशेषता
- प्रश्न की माँग,भूमिका और निष्कर्ष के साथ तुलनात्मक बिन्दुओं पर ध्यान दिया जाएगा॰
- कक्षा कार्यक्रम का अंतराल 4 माह होगा।
- कक्षा सप्ताह में दो – तीन दिन सुबह और सायंकालीन बैच है।
- कक्षा 2 घंटे से ज्यादा भी हो सकती है ,तथा अतिरिक्त कक्षा भी निर्धारित हो सकती है ।
- पहले से निर्धारित टॉपिक पर उत्तर लेखन के माध्यम से नियत समय पर उत्तर लिखकर भेजना होगा जिसका मूल्यांकन त्वरित कक्षा के माध्यम से होगा।
- कक्षा में प्रश्नों की संख्या ज्यादा और नियत समय पर उत्तर लेखन की बाध्यता होगी तथा कई अन्य शर्तें शामिल होगी ताकि आप अच्छे अंक दवाब में भी ला सके।
- उत्तर लेखन कक्षा में आपकी उपस्थिति अनिवार्य होगी।
- प्रश्नों का प्रारूप आगामी मुख्य परीक्षा को ध्यान में रखकर अद्यतन प्रश्नों पर आधारित होगा।
- जिन टॉपिक पर अभ्यर्थियों की समझ परीक्षा प्रारूप के अनुकूल नहीं होगी उन्हें पाठ्यसामग्री और कक्षा के माध्यम से दूर किया जाएगा ।
- विगत वर्षों के प्रश्नों को भी नियमित अभ्यास में शामिल किया जाएगा।
- भाषा विज्ञान और व्याख्या ( गद्य व् पद्य ) पर विशेष ध्यान दिया जायेगा।
- व्याकरण और वर्तनी सम्बन्धी नियमों का अनुपालन किया जायेगा।
- उत्तर लेखन एक कला है जो नियमित अभ्यास से ही संभव है ,अभ्यास अनुशासन के बिना नहीं आता।
- कक्षा कार्यक्रम में आंशिक बदलाव संभव है।
- पाठ्यक्रम मे उल्लेखित सभी प्रमुख कवि तथा उनकी रचना को एक साथ प्रश्न और व्याख्या के रूप में पढ़ेंगे / उत्तर लिखेंगे ।
10+ सेक्शन और 4 पूर्ण टेस्ट होंगे जो वर्तमान परीक्षा प्रणाली पर केन्द्रित होगा
हिंदी साहित्य सिविल सेवा परीक्षा (साक्षात्कार) हेतु पत्रिका

हिंदी साहित्य पाठ्य सामग्री
प्रस्तुत पाठ्य सामग्री UPSC /UGC-NET के पाठ्यक्रम को संदर्भित है.

हिंदी साहित्य का इतिहास
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भाषा खंड
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कविता खंड
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गद्य खंड
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कथा साहित्य
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अन्य सामग्री
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Useful website for Hindi Literature
UPSC Previous Years Paper 2014-2023
UPSC TEST SERIES
प्रस्तुत टेस्ट सीरीज प्रोग्राम में सम्पूर्ण पाठ्यक्रम के अनुसार जाँच परीक्षा आयोजित होगी। यह ONLINE/OFFLINE दोनों ही मोड में उपलब्ध है.
समसामयिक चर्चा साहित्य और समाज की

भले ही आदिकाल हिंदी साहित्य का आरम्भिक कालखण्ड है किन्तु हिन्दी साहित्य में इसका अप्रतिम योगदान है।कथन की समीक्षा कीजिए।
आदिकालीन हिंदी साहित्य में प्रतिफलित सामाजिक – सांस्कृतिक बोध का मूल्यांकन कीजिए।
योगधारा को काव्यधारा नहीं माना जा सकता। आचार्य शुक्ल के इस कथन पर विचार करते हुए बताइये क्या आप भी सिद्ध-नाथ साहित्य को असाहित्यिक मानते है?तर्कपूर्ण विचार दें।
भक्ति आंदोलन के आविर्भाव में इस्लाम की भूमिका को रेखांकित करते हुए इससे संबंधित विवाद पर प्रकाश डालिए। साथ ही इस प्रश्न पर भी विचार करें कि आचार्य शुक्ल की मान्यतायें कहाँ तक उचित है।
भक्तिकाल लोकधर्म की स्वाभाविक अभिव्यक्ति है।यद्यपि पूरे भक्तिकाल के दौरान लोकधर्म का स्वरूप तत्संबंधित कवियों की विश्वदृष्टि के अनुरूप परिवर्तनशील रहा है। समीक्षा कीजिये।
छायावादी कविता अंततः कर्मवाद की प्रेरणा देती है। प्रसाद शैव दर्शन के आधार पर निराला अद्वैत और पंत सर्वात्मवाद के आधार पर।
उत्तर छायावाद छायावाद के प्रति प्रतिक्रिया है तो छायावाद का विस्तार भी। इस कथन पर विचार करते हुए उत्तर छायावाद के वैशिष्ट्य का निर्धारण कीजिए।
प्रगतिवाद छायावाद के प्रति प्रतिक्रिया है,यह प्रतिक्रियावादिता उसकी कमजोरी बन जाती है।’विचार कीजिए।
नई कविता’ प्रयोगवाद की तार्किक परिणति है।
निराला ने कविता में अभिजात्य का निषेध नहीं किया बल्कि उन्होंने अभिजात वर्ग को जनोन्मुखी बनाने का संकेत किया है।
दिव्या विकल प्रणय की करुण- गाथा है।आप इस कथन से कहाँ तक सहमत है।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने हिंदी साहित्य इतिहास लेखन में जॉर्ज ग्रियर्सन और मिश्र बंधु की कोशिशों को तार्किक परिणति तक पहुँचाया।कथन पर प्रकाश डालें।
आचार्य शुक्ल और आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी आलोचक और इतिहास लेखक हैके रूप में एक दूसरे के प्रतिद्वंद्वी नहीं पूरक है।समीक्षा कीजिए।
‘कविता क्या है’ निबंध आचार्य शुक्ल की कविता विषयक दृष्टिकोण को अभिव्यक्ति देते हुए रसवाद की नए सिरे से व्याख्या करता है। विचार करें।
‘पद्मावत’ पर अभारतीयता का आरोप उचित नहीं है,इसकी प्रकृति देसी है। आप इस कथन से कहाँ तक सहमत है? तर्कपूर्ण उत्तर लिखें।
तुलसी के प्रबंध – कौशल के वैशिष्ट्य का मूल्यांकन कीजिए।
भारतेंदु आधुनिक हिंदी साहित्य के जनक है,पर उनकी काव्यचेतना अंतर्विरोधी है।इस पर विचार करें।
संभव है कि रीति काल में स्वच्छंदता के कुछ तत्व मौजूद हो,लेकिन रीतिकाल को स्वच्छंदतावाद से जोड़कर देखना उचित नहीं है।
रीतिकालीन साहित्य के समुचित एवं प्रासंगिक आस्वादन के प्रतिमान क्या हो सकते है?
बिहारी की कविता के साक्ष्य से बतलाइये कि कवि की धर्म और दर्शन के क्षेत्र में पैठ थी।”
छायावादी कवियों के लिए प्रकृति एक ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में आती है जहाँ से वे विभिन्न दिशाओं में प्रस्थान करते हैं। कथन के आलोक में छायावादी प्रवृत्तियों की विशेषताओं को उद्घाटित करें।
यदि प्रबंध काव्य एक विस्तृत वनस्थली है तो मुक्तक काव्य चुना हुआ गुलदस्ता ।
कथन पर विचार करते हुए बिहारी के काव्य कला वैशिष्ट्य पर प्रकाश डालें।