TOPIC: दर्शन : शंकराचार्य एवम वेदांत, रामानुज एवम विशिष्टद्वैत मध्व एवं ब्रम्ह मीमांसा
धर्म : धर्म के स्वरुप एवम विशेषताए, तमिल भक्ति, संप्रदाय भक्ति का विकास, इस्लाम एवम भारत मे इसका आगमन, सूफ़ी मत
साहित्य : संस्कृत साहित्य, तमिल साहित्य का विकास , नवविकासशील भाषाओ का साहित्य कल्हण की राजतरंगिणी, अलवरूनी का इंडिया
कला एवम स्थापत्य : मदिर स्थापत्य, मूर्तिशिल्प चित्रकला
Cultural Traditions in India, 750-1200: Philosophy: Skankaracharya and Vedanta, Ramanuja and Vishishtadvaita, Madhva and Brahma-Mimansa; Religion: Forms and features of religion, Tamil devotional cult, growth of Bhakti, Islam and its arrival in India, Sufism; Literature: Literature in Sanskrit, growth of Tamil literature, literature in the newly developing languages, Kalhan’s Rajtarangini, Alberuni’s India; Art and Architecture: Temple architecture, sculpture, painting
1.”The advaita doctrin of shankara cut at very root of bhaktivada. ” Do you agree?
Ques 1- शंकर के अद्वैत सिद्धांत ने भक्तिवाद की जड़ो को काट दिया! क्या आप इससे सहमत है?
2.Discuss and evaluate critically various times in the historiography of bhakti.
भक्ति के इतिहास लेखन मे विभिन्न प्रवृतियों की विवेचना और समीक्षा कीजिये